असरानी: हिंदी सिनेमा के हँसी के बादशाह को भावपूर्ण श्रद्धांजलि 💔

असरानी: हिंदी सिनेमा के हँसी के बादशाह को भावपूर्ण श्रद्धांजलि 💔

 

84 वर्ष की आयु में बॉलीवुड के दिग्गज हास्य अभिनेता असरानी का निधन। पाँच दशकों तक उन्होंने अपनी हँसी और अभिनय से करोड़ों दिलों में जगह बनाई। जानिए असरानी जी की जीवन यात्रा, संघर्ष और सिनेमा में योगदान।

Bollywood actor and comedian Asrani. | Photo Credit: The Hindu

🎭 असरानी: एक युग का अंत

 

20 अक्टूबर 2025 को हिंदी सिनेमा ने अपनी हँसी का सबसे बड़ा चेहरा खो दिया। 84 वर्षीय दिग्गज अभिनेता गोवर्धन असरानी का मुंबई के एक अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। असरानी का जाना केवल एक अभिनेता का जाना नहीं, बल्कि एक हँसी के युग का अंत है।

🌟 प्रारंभिक जीवन और फिल्मी सफर

 

1 जनवरी 1941 को जयपुर में जन्मे असरानी बचपन से ही अभिनय के दीवाने थे। उन्होंने FTII पुणे से अभिनय की शिक्षा ली और 1960 के दशक में बॉलीवुड में कदम रखा।
उनकी पहली फिल्म “हरे राम हरे कृष्णा” (1971) और “अंदाज़” (1971) थी, लेकिन “शोले” (1975) ने उन्हें हर घर का नाम बना दिया। उनका किरदार “अंग्रेजों के ज़माने के जेलर” आज भी बॉलीवुड इतिहास में अमर है।

🎬 असरानी का कॉमिक साम्राज्य

 

असरानी ने अपने करियर में 350 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। उनकी कॉमेडी में टाइमिंग, अभिव्यक्ति और मासूमियत का अनोखा संगम था।
“चुपके चुपके”, “अभिमान”, “पति पत्नी और वो”, “राजा बाबू” और “हम” जैसी फिल्मों में उन्होंने दर्शकों को पेट पकड़कर हँसाया।

उनकी खासियत थी कि वे किसी भी किरदार को जीवन्त बना देते थे — चाहे वो गाँव का भोला आदमी हो, ऑफिस का परेशान बाबू या किसी जिद्दी बॉस का सहायक।

🏆 उपलब्धियाँ और सम्मान

 

असरानी को कई बार फिल्मफेयर बेस्ट कॉमेडियन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
2019 में उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाज़ा गया।
वे केवल अभिनेता नहीं, बल्कि एक निर्देशक और पटकथा लेखक भी थे।
उनका योगदान “भूल भुलैया”, “चला मुसद्दी ऑफिस ऑफिस” और कई टीवी शोज़ तक फैला हुआ है।

❤️ निजी जीवन

 

असरानी की पत्नी मंजू असरानी भी जानी-मानी अभिनेत्री हैं। दोनों ने मिलकर थिएटर और फिल्मों में उल्लेखनीय कार्य किया।
असरानी अपने सरल स्वभाव, सौम्य व्यवहार और हँसमुख व्यक्तित्व के कारण इंडस्ट्री में सभी के प्रिय थे।
वे अक्सर कहते थे, “लोग मुझे देखते ही मुस्कुरा देते हैं — यही मेरी सबसे बड़ी कमाई है।”

🕊️ असरानी का जाना, एक युग का जाना

 

उनके निधन के बाद पूरा फिल्म जगत शोक में डूब गया। अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, जॉनी लीवर, और गोविंदा जैसे कलाकारों ने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया।
असरानी ने पाँच दशकों तक लोगों को हँसी दी — और आज वही लोग उनकी याद में नम आँखों से मुस्कुरा रहे हैं।

✨ निष्कर्ष

असरानी जी ने हमें सिखाया कि हँसी इंसानियत की सबसे सुंदर भाषा है।
उनकी विरासत केवल फिल्मों में नहीं, बल्कि हर उस मुस्कान में जीवित है जो उन्होंने हमें दी।

“असरानी अब हमारे बीच नहीं हैं,
लेकिन उनकी हँसी सदा गूँजती रहेगी…”

आप ये भी देखो 

 

महिंद्रा थार 2025 अब और भी स्टाइलिश फीचर्स और दमदार परफॉर्मेंस के साथ ₹9.99 लाख से शुरू

1 thought on “असरानी: हिंदी सिनेमा के हँसी के बादशाह को भावपूर्ण श्रद्धांजलि 💔”

Leave a Comment